क्या आप जानते हैं की आखिर लोन क्या है? लोन के अलग अलग प्रकार क्या हैं? यदि आप भी इन सवालों के जवाब ढूंढ रहे है तो यह लेख लोन क्या हैं और कितने प्रकार के होते है (What is loan & Type of loan in hindi) को पूरी तरह से जरुर पढ़िए क्यूंकि इससे आप लोन को आसान भाषा में समझ जायेंगे।

आज के समय में लोन लेना काफी आम हो चूका है चाहे वह गांव में हो या फिर शहर में, हर जगह के लोग इस शब्द से परिचित हो चुके है। लोग लोन का सही इस्तेमाल कर के खुदका घर ले रहे है, गाड़ी ले रहे है, उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे है और कुछ लोग लोन लेकर खुदका व्यापार (बिज़नेस) भी कर रहे है।
पर अभी भी कई लोग है जो लोन शब्द से घबराते है, और आज हम लोन क्या है, लोन का क्या मतलब होता है, लोन कितने प्रकार के होते है यह सब आसान भाषा मे समझाकर उन लोगो कि घबराहट दूर करने का प्रयास करेंगे।
लोन क्या है?
एक जरूरतमंद ब्यक्ति या कंपनी अपनी निजी आबाश्यकतायो को पूरा करने के लिए किसी बैंक या फिर किसी निजी संस्था से पैसे उधार लेते है जिसे बाद में उधारकर्ता को उस बैंक या संस्था (NBFC – Non-Banking Financial Company) को तय समय सीमा के भीतर ब्याज समेत वह पैसे वापस करना पड़ता है, इस प्रक्रिया को आसान शब्दों में लोन अथबा ऋण कहते है।
लोग लोन काफ़ी सारी वजहों के चलते लेते है। जैसे उच्च शिक्षा के लिए, घर बनाने के लिए, गाड़ी खरीदने के लिए, ब्यापार करने के लिए, विदेश में पढ़ने जाने के लिए, अपने लिए कुछ खरीदने के लिए जैसे सोना, इमरजेंसी अथबा आपातकालीन स्थिति से बाहार आने के लिए, मेडिकल खर्चा उठाने के लिए।
बर्तमान समय में ज़्यादातर लोन बैंक द्वारा प्रदान किया जाता है लेकिन उनके साथ साथ कई सारे वित्तीय संस्थान (Financial Institution) भी मौजूद है जो लोन प्रदान करते है जिन्हे NBFC (Non-Banking Financial Company) कहते है।
लोन के अंग क्या हैं?
मुख्य रूप से लोन के तीन अंग (Components) होते हैं, जिसमें से पहला है Principal या Borrowed Amount या लोन में लिया गया धनराशि, दूसरा है Rate of Interest या ब्याज का दर, और तीसरा है Loan का Duration या ऋण अवधि या कितने समय के लिए आपने लोन लिया है।
- मूल धन: जब भी कोई ब्यक्ति या कंपनी लोन लेते हैं किसी बैंक या फिर किसी वित्तीय संस्थान (financial institution) से, तब जो भी धनराशि वह ब्यक्ति या कंपनी लेते हैं उसे ही मूल धन (Principal Amount) या Loan Amount कहा जाता है। और समयसीमा के बाद उस ब्यक्ति या कंपनी को ब्याज के साथ मूल धन को लोनदाता को वापस करना पड़ता है।
- ब्याज का दर: अब बात करते हैं ब्याज का दर पर जिसे Rate of Interest भी कहा जाता है। जब आप किसी बैंक या फिर किसी वित्तीय संस्थान के पास लोन लेने के लिए जाते हो तब आपको जितने पैसे चाहिए उतने ही दिए जाते है लेकिन समय के साथ उस धनराशि पर ब्याज (interest) लगते रहते है जो आपको लोन लिए गए मूल धन के साथ वापस करना होता है, इसे ही आसान भाषा मे Rate of interest या ब्याज का दर कहते है।
- लोन अवधि: कोई भी बैंक या वित्तीय संस्थान आपको लोन देने से पहले आपके सामने एक समय सीमा रखता है जिसके अन्दर आपको वह पैसा वापस करना होता है, इसे ही लोन अबधी, ऋण अबधी या Loan duration कहा जाता है।
लोन के प्रकार
लोन कई अलग-अलग रूपों में आते हैं। पर मुख्य रूप से उद्देश्य के आधार पर लोन को दो श्रेणीयों में बांटा जाता है, जिसमें से एक है सुरक्षित लोन (Secured Loan) और दूसरा है असुरक्षित लोन (Unsecured Loan)। इसके अलावा टर्म लोन होते है जिसे समय सीमा के आधार पर लिया जाता है और लेने के हिसाब से भी लोन के अलग-अलग प्रकार होते हैं जिनमें से पहला है ओपन एंडेड लोन और दूसरा है क्लोज एन्डड लोन।
सुरक्षित लोन

सुरक्षित लोन (Secured Loan) उन लोन को कहते हैं जो सुरक्षा के बदले में दिए जाते हैं, इसमें लोन लेने वालो को पैसे लेने से पहले बैंक या वित्तीय संस्था को सुरक्षा प्रस्तुत करना पड़ता है। आसान भाषा में ऐसे लोन लेने से पहले आपको लोनदाताओं को आपकी संपत्ति या फिर आपके स्वामित्व मे मौजूद किसी चीज को गिरबी रखना पढता है ताकि अगर आप किसी वजह से लोन लिए गए धनराशि को नहीं चूका पाए तो लोनदाता आपकी संपत्ति या फिर उस चीज को बेच कर अपना पैसा प्राप्त कर सके। यही मुख्य कारण है कि सुरक्षित ऋणों पर असुरक्षित ऋणों की तुलना में कम ब्याज दर होती है।
होम लोन
होम लोन एक प्रकार का सुरक्षित लोन है जो आपको अपने सपनों का घर खरीदने, बनाने और नवीकरण की अनुमति देता है, इस लोन के माध्यम से आप घर के लिए जमीन भी खरीद सकते है।
होम लोन दीर्घकालिक ऋण होते हैं और लोन अवधि (समय सीमा) 10 वर्ष से लेकर 25 वर्ष तक हो सकती है जिसके अंदर उधारकर्ता को ब्याज के साथ पूरा लोन चुकाना होता है यदि कोई लोन राशि चुकाने में विफल रहते हैं तो ऋणदाता या बैंक उधारकर्ता कि संपत्ति जब्त कर सकता है।
गोल्ड लोन
होम लोन कि तरह गोल्ड लोन भी एक प्रकार का लम्बी अबधी (समय सीमा) कि सुरक्षित लोन है जिसे बैंक द्वारा प्रदान किया जाता है। गोल्ड लोन प्राप्त करने के लिए उधारकर्ता को सुरक्षा के रूप में सोने के आभूषण या सिक्के गिरवी रखने होते हैं जिसके बदले में बैंक लोन प्रदान करता है। और लोन चुकाने के बाद बैंक वह सोना आपको लौटा देता है।
कॉर्पोरेट/बिजनेस या व्यवसाय लोन
बिजनेस या व्यवसाय लोन कंपनियों को दिया जाता है जिससे वह कंपनी अपनी आवश्यकताओं को पूरा करके आगे बढ़ सके। लोन कि इन पैसो से एक कंपनी ज़रुरत के उपकरण खरीद सकते है, कर्मचारियों को वेतन का भुगतान कर सकते है, और यहां तक कि एक नई शाखा भी शुरू कर सकती है।
बिजनेस लोन सुरक्षित और असुरक्षित, दोनों प्रकार के होते है पर असुरक्षित बिजनेस लोन पर अधिक ब्याज लिया जाता है जिसे अल्पकालिक व्यावसायिक ऋण कहा जाता है।
बाहन लोन या कार लोन
कई लोगो कि चाहत होती है गाड़ी खरीदने कि, लेकिन पर्याप्त धन राशि ना होने की वजह से लोग यह सपना पूरा नहीं कर पाते। और इन्ही परिस्थितियों में काम आती है बाहन लोन जिसे इस्तेमाल करके लोग अपनी पसंदीदा गाड़ी खरीद सकते है। बाहन लोन EMI ऑप्शन के साथ भी आते है।
वाहन लोन का इस्तेमाल करके यात्री और वाणिज्यिक वाहन दोनों के साथ-साथ दोपहिया, चार पहिया और भारी वाहन ख़रीदा जा सकते हैं। यहां, वाहन ऋणदाता के लिए प्राथमिक सुरक्षा के रूप में कार्य करता है। भुगतान न करने की स्थिति में, ऋणदाता वाहन को जब्त कर सकता है।
प्रतिभूतियों पर लोन या लोन अगेंस्ट सिक्योरिटी
प्रतिभूतियों पर लोन या फिर Loan Against Security एक ऐसा ऋण है जिसमें आप अपने शेयर, म्युचुअल फंड या जीवन बीमा पॉलिसियों को गिरबी रखकर लोन ले सकते हैं।
संपत्ति पर लोन या लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी
संपत्ति पर लोन या Loan Against Property सबसे आम प्रकार के सुरक्षित ऋणों में से एक ऋण है। इस तरह के लोन प्राप्त करने के लिए आप को अपनी संपत्ति ऋणदाता के पास गिरबी रखना पड़ता है। इसमें दी गई लोन राशि ऋणदाता द्वारा भिन्न होती है और संपत्ति के मूल्य के एक विशेष प्रतिशत के बराबर होती है।
टाइटल लोन
टाइटल लोन (Title Loan) एक सुरक्षित लोन है जिसमें आपको अपने बाहन के बदले मे लोन मिलता है। यहाँ उधारकर्ता अपने वाहन को ऋणदाता को सुरक्षा के रूप में सौंपकर अपने वाहन के मूल्य का 25% से 50% तक उधार ले सकते हैं।
लोन का भुगतान ना होने पर ऋणदाता वाहन को जब्त कर सकता है। ये ऋण आमतौर पर 30 दिनों की अवधि के लिए लिया जा सकता है। टाइटल लोन की ब्याज दर बहुत अधिक होती है।
फिक्स्ड डिपॉजिट पर लोन या लोन अगेंस्ट फिक्स्ड डिपॉजिट
यहाँ बैंक और वित्तीय संस्थान उधारकर्ताओं को फिक्स्ड डिपॉजिट पर लोन देते हैं। फिक्स्ड डिपॉजिट ऋणदाता के लिए प्राथमिक सुरक्षा के रूप में कार्य करते हैं। इसमें उधारकर्ता FD (Fixed Deposit) के विरुद्ध FD मूल्य के 60% से 75% तक की राशि के लिए लोन ले सकता हैं। कहा जाता है FD पर लोन सबसे किफायती सुरक्षित लोन में से एक है।
बीमा पर लोन या लोन अगेंस्ट इन्शुरन्स
बीमा पर लोन या Loan Against Insurance भी एक प्रकार का सुरक्षित लोन है। इसमें लोग अपनी जीवन बीमा पॉलिसी के विरुद्ध पैसे उधार लेते हैं पर बीमा पॉलिसी पर लोन लेने के लिए पॉलिसी का सरेंडर वैल्यू होना चाहिए।
कार्यशील पूंजी ऋण या वर्किंग कैपिटल लोन
व्यवसायों को उनकी कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने की मदद करने के लिए बैंक और वित्तीय संस्थानों द्वारा जो लोन दिया जाता है उन्हें कार्यशील पूंजी ऋण या Working Capital Loan कहते है, इसे कैश क्रेडिट के रूप में भी जाना जाता है।
असुरक्षित लोन

असुरक्षित लोन (Unsecured Loan) उन लोन को कहते हैं जिसे प्राप्त करने के लिए किसी सुरक्षा या फिर कोई गारंटी कि जरुरत नहीं होती है। इन लोन्स को बैंक या वित्तीय संस्था आपको बिना कोई सुरक्षा के ही प्रदान करती हैं, लेकिन इस परिस्थिति में वह बैंक या संस्था आपके आय क्षमता, CIBIL Score और आपके इतिहास को ध्यान में रखकर के ही लोन देते हैं।
असुरक्षित लोन ऋणदाता के जोखिम को बढ़ाते हैं क्योंकि ऐसे लोन में ऋणदाता के पास कोई सुरक्षा उपलब्ध नहीं होती है जिससे वह अपना बकाया वसूल कर सके। यही कारण है कि असुरक्षित ऋणों पर सुरक्षित ऋणों की तुलना में अधिक ब्याज दरें होती हैं।
पर्सनल लोन
पर्सनल लोन सबसे आम असुरक्षित प्रकार के ऋणों में से एक है। पर्सनल लोन कोई ब्यक्ति अपनी ज़रूरत के हिसाब से लेता है और इन पैसो को वह मेडिकल, बच्चों की शिक्षा, संपत्ति खरीदना, यात्रा करने जैसे अलग अलग काम पर इस्तेमाल कर सकता है। ऐसे लोन को बैंक या कोई NBFC (Non-Banking Financial Company) से लिया जाता है।
यह एक असुरक्षित लोन होने कि वजह से इस पर ब्याज भी ज़्यादा लगता है पर अगर आय अच्छी है और आपके पास एक अच्छा क्रेडिट स्कोर (CIBIL) है तो आप यह ऋण सस्ते ब्याज दर पर प्राप्त कर सकते हैं।
एजुकेशन लोन
एजुकेशन लोन कोई भी ज़रूरतमंद स्टूडेंट ले सकता है जिससे वह स्टूडेंट अपनी पढ़ाई पुरी कर सकता है या फिर उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकता है। लगभग सभी बैंक और NBFC भारत में एजुकेशन लोन प्रदान करते हैं। ऐसे लोन कि पुनर्भुगतान आमतौर पर शिक्षा पूरी होने के 12 महीने बाद शुरू होता है। एजुकेशन लोन सुरक्षित और असुरक्षित दोनों प्रकार के होते है।
क्रेडिट कार्ड
बैंक द्वारा प्रदान किये गए क्रेडिट कार्ड पर पैसे लिए जाना एक प्रकार का असुरक्षित लोन होते हैं। इसके जरिये ऋण प्रक्रिया से गुज़रे बिना बैंक से अल्पकालिक ऋण लिया जाता है। क्रेडिट कार्ड की एक बड़ी खामी यह है कि इस पर बहुत अधिक ब्याज दर लगती है।
टर्म लोन या अबधी लोन
टर्म लोन या अबधी लोन उन लोन को कहते है जो एक अबधी (समय सीमा) के लिए लिया जाता है, और समय सीमा के अंदर ब्याज के साथ लोन लिए गए धनराशि को वापस भुगतान करना पड़ता है।
टर्म लोन या अवधि लोन तीन प्रकार के होते है, शॉर्ट टर्म लोन, इंटरमीडिएट टर्म लोन और लॉन्ग टर्म लोन। यह वर्गीकरण समय की अवधि पर निर्भर करता है।
अल्पकालिक लोन या शॉर्ट टर्म लोन
यह लोन मुख्य रूप से पैसो कि कमी को पूरा करने के लिए लिया जाता है। ऐसे लोन में पैसे चुकाने की अवधि (समय सीमा) 1 साल या फिर 1 साल से भी कम होता है।
मध्यम अवधि का लोन या इंटरमीडिएट टर्म लोन
इंटरमीडिएट टर्म लोन 1 से 5 वर्ष की अवधि के लिए किसी नियोजित उद्देश्य को पूरा करने के लिए लिया जाता है।
लंबी अवधि का लोन या लॉन्ग टर्म लोन
लॉन्ग टर्म लोन वह लोन होते है जिसमें पैसे चुकाने की समय सीमा 3 साल या फिर उससे भी अधिक होती है, इसमें सिर्फ सुरक्षित लोन को ही जगह दी गई है।
लोन के प्रकार उन्हें लेने के हिसाब से
लेने के हिसाब से भी लोन के अलग-अलग प्रकार होते हैं जिनमें से पहला है ओपन एंडेड लोन और दूसरा है क्लोज एन्डड लोन।
ओपन एंडेड लोन
ओपन एंडेड लोन वह लोन होते है जिसे लेने के बाद उस धनराशि को चुकाने कि या वापस करने कि कोई समय सीमा निर्धारित नहीं होता है और जिसे की आप बार बार ले सकते हैं उसे ही ओपन एंडेड लोन (Open-Ended Loan) कहते है, जैसे क्रेडिट कार्ड से उधार लेना। ओपन-एंडेड लोन की शर्तें किसी व्यक्ति के क्रेडिट स्कोर पर आधारित हो सकती हैं।
क्लोज एन्डड लोन
क्लोज एन्डड लोन वह लोन होते है जिसे लेने के बाद उस धनराशि को चुकाने कि या वापस करने कि एक समय सीमा निर्धारित होता है, और उस समय सीमा के अंदर आपको वह पैसे वापस करना पड़ता है ऐसे लोन को एक बार लेने के बाद उसे चुकाने के बाद ही दूसरा लोन ले सकते है। इनको क्लोज एन्डड लोन (Close-Ended Loan) कहते है, जैसे होम लोन, कार लोन।
निष्कर्ष
तो यहाँ हमने जाना कि लोन क्या होता है और इसके कितने प्रकार होते हैं। और एक लोन से कोई व्यक्ति या कंपनी कैसे अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सकता है। अगर आपको हमारा यह लेख लोन क्या है को पढ़कर लोन के बारे में समझ में आया है तो आप आपके दोस्तों और परिबार के साथ इसे जरुर शेयर करें।
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